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Toggleप्रधानमंत्री भारतीय जनऔषधि परियोजना क्या है?
प्रधानमंत्री भारतीय जन औषधि परियोजना भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा १ जुलाई २०१५ को घोषित एक योजना है। मोदी सरकार की यह एक ऐसी योजना है जिसके तहत लोगो को रोजगार तो मिलता ही है साथ ही साथ मरीजों को मार्किट रेट से काफी सस्ती दवाइयाँ भी मिल जाती है।इस योजना में सरकार द्वारा उच्च गुढ़वत्ता वाली generic दवाइयों के दाम बाजारी दवाइयों से कम है । देश में अब तक ६००० जन औषधि केंद्र चल रहे हैं, और हज़ारो जन औषधि केंद्र खोलने की योजना बनाई जा रही है। इस योजना का पूरा नाम प्रधानमंत्री भारतीय जन औषधि परियोजना (PMBJP) है।
प्रधानमंत्रीभारतीयजनऔषधि परियोजना (PMBJP) खोलने के क्या है फायदे?
जन औषधि केंद्र खोलने में ज्यादा खर्च नहीं आता और जो खर्च आता है उसे सरकार धीरे धीरे वापिस कर देती है। जन औषधि केंद्र खोलने पर आपको सरकार २.५ लाख रुपया तक की मदद करती है। इस योजना से आपको अच्छा कमीशन भी मिल जाता है। इस योजना से दवाओं की बिक्री से २० फीसदी तक का मुनाफा मिलने के साथ साथ हर महीने होने वाली बिक्री पर अलग से १५ प्रतिशत का इंसेंटिव मिलता है। वैसे तो इंसेंटिव की अधिकतम सीमा १०,००० रूपये महीना तय है। यह इंसेंटिव २.५ लाख रूपये पुरे होने तक मिलता है। नक्सल प्रभावित और नॉर्थ ईस्ट के राज्यों में इंसेंटिव की अधिकतम सीमा १५,००० रूपये तक है।
कैसे खोल सकते हैं जन औषधि केंद्र
पहले आपको १ लाख रूपये तक की दवाइयां खरीदनी होगी
केंद्र सुरु करने से पहले आपको १ लाख रूपये तक की दवाइयां खरीदनी होगी फिर सरकार इसे रीइंबरसमेंट करेगी साथ ही साथ दूकान शुरू करने क लिए डेस्क फ्रीज़ आदि खरीदने के लिए १ लाख रूपये तक की भी सहायता करेगी और कंप्यूटर आदि के सेटअप पर ५० हज़ार रूपये तक क खर्च पर सरकार यह पैसा रिटर्न करेगी।
कौन खोल सकता है
पहली केटेगरी के तहत कोई भी व्यक्ति ,फार्मासिस्ट ,डॉक्टर या बेरोजगारम मेडिकल प्रेक्टिशनर जन औषधि केंद्र खोल सकता है।
दूसरी केटेगरी क तहत ट्रस्ट, प्राइवेट हॉस्पिटल,सोसाइटी और सेल्फ हेल्प ग्रुप,एनजीओ को यह योजना खोलने की अनुमति है।
तीसरी केटेगरी में राज्य सरकार की ओर से नॉमिनेटेड एजेंसी जन औषधि केंद्र खोलने की अनुमति है।
हेल्थडेस्क
प्रधानमंत्री भारतीय जन औषधि परियोजना क तहत सरकार द्वारा लोगो को सस्ती दवाइयाँ उपलभ्द करवाई जाती है परन्तु कई लोगो ने इसमें धांधली सुरु कर दी है। सरकार ने अपने पोर्टल पर जानकारी देते हुए बताया की कुछ अनधिकृत लोग भी PMBJP का लोगो अपनी दुकानों पर लगा क्र लोगो को भ्रमित कर रहे हैं। सरकार ने लोगो को इन चक्कर में न पड़ने की सलाह देते हुए janaushadhi.gov.in पर विजिट करके जानकारी लेने की सलाह दी है।
इस पोर्टल पर दवाइयों की पूरी लिस्ट है की कौन सी दवा की एमआरपी कितनी है। इस लिस्ट में ६९९ दवाओ की जानकारी दी गयी है। दूसरे अन्य लिस्ट में यह भी बताया गया है की सम्बन्धित दवा मार्किट में कितने में मिलती है और जन औषधि केंद्र में इसकी कीमत कितनी है। इससे आपको कोई ठगने की कोशिश नहीं कर सकता है।
कितनी कीमत का अंतर है
दवाओ की कीमत का सबसे बड़ा अंतर इसी से लगाया जा सकता है की एंटी कैंसर ड्रग Gemcitabine 1000 mg inj की मार्किट कीमत 6412 रूपये है और जन औषधि केंद्र में यह 631 में ही मिल जाती है। 2133 रूपये की Imatinib mesylate Tablets 400 mg का पत्ता इस केंद्र में 497 रूपये में ही मिल जाती है।
प्रधानमंत्री भारतीय जन औषधि परियोजना
यह जानकारी इंटरनेट द्वारा ली गई है। इसलिए कोई भी निर्णय लेने से पहले आप सरकार की ऑफिसियल वेबसाइट विजिट जरूर करें या किसी सरकारी कर्मचारी से जानकारी जरूर लें. धन्यवाद आप दिन शुभ रहे।
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