प्रधानमंत्री वय वंदना योजना

5/5 - (1 vote)
Whatsapp Group
Whatsapp Channel
Telegram channel

Table of Contents

प्रधानमंत्री वय वंदना योजना क्या है?

केंद्र सरकार ने प्रधानमंत्री वय वंदना योजना नामक एक नई पेंशन योजना की शुरुआत की है,इस योजना को 2017-18 के बजट में वरिष्ठ नागरिकों के लिए वापसी की गारंटी दर के साथ लांच किया गया। यह योजना वरिष्ठ पेंशन बीमा योजना की तरह ही है, जिसे साल 2014-15 में लांच किया गया था। इस योजना को सबसे पहले 2003-2004(अटल बिहारी बाजपेयी के कार्यकाल)के दौरान लांच किया गया था। इस योजना के तहत 2.66 लाख रुपए का एकमुश्त प्रीमियम भुगतान करने पर आपको ₹2000 की आजीवन मासिक पेंशन मिलेगी और इस पर आपको 9 फ़ीसदी का एश्योर्ड रिटर्न भी मिलेगा।

वरिष्ठ पेंशन बीमा योजना को साल 2014-15 के दौरान रिलॉन्च किया गया था, और जो लोग 60 वर्ष से कम उम्र के थे इस पेंशन योजना में निवेश के हकदार थे। इस योजना के तहत 6,66,665 रुपए की एकमुश्त रकम देने पर आपको मासिक आधार पर ₹5000 की पेंशन दिया जाने का प्रावधान भी किया गया था।

प्रधानमंत्री व्यय वंदना योजना 4 मई को लॉन्च हुई

4 मई 2017 को प्रधानमंत्री वय वंदन योजना केंद्र सरकार द्वारा लांच किया गया।वरिष्ठ पेंशन बीमा योजना की ही तरह प्रधानमंत्री वय वंदन योजना भी है। यह योजना 60 वर्ष के ऊपर के वरिष्ठ लोगों के लिए एक पेंशन योजना है।

योजना के प्रमुख फीचर क्या-क्या है?

60 वर्ष की उम्र से अधिक के भारतीय नागरिक प्रधानमंत्री वय वंदन योजना में निवेश कर सकते हैं। प्रधानमंत्री वय वंदना योजना 4 मई 2017 से 3 मई 2018 तक सभी के लिए जारी कर दी गई है, लगभग 1,44,578 ₹ की एकमुश्त प्रीमियम का भुगतान करने पर आपको अगले 10 साल के लिए ₹1000 की मासिक पेंशन पाने का लाभ मिल सकता है। यदि आप 7,22,892 रुपए की एकमुश्त प्रीमियम करते हैं तो आप को प्रति माह ₹5000 की मासिक पेंशन पाने का लाभ मिलेगा।

प्रधानमंत्री वय वंदना योजना के प्रीमियम और पेंशन की जानकारी

पीएमवीवीवाई पॉलिसी के तहत किसी परिवार के पेंशन की कुल राशी अधिकतम पेंशन सीमा से अधिक नहीं होगी। प्रधानमंत्री व्यय वंदना योजना के अंतर्गत परिवार में पेंशन होगी और उसके पति पत्नी और आश्रितों को शामिल किया जाएगा। इस पॉलिसी का टर्म अधिकतम 10 साल के लिए ही है। बीमाधारक इसका चयन मासिक, तिमाही, छमाही और सालाना के आधार पर कर सकता है, और इस पर मिलने वाला एश्योर्ड रिटर्न 8 फ़ीसदी होता है।

अगर किसी कारण से पेंशनभोगी की मृत्यु हो जाए, तो भुगतान किए गए प्रीमियम पेंशनभोगी के नामित-कानूनी उत्तराधिकारी को वापस कर दिए जाएंगे।प्रधानमंत्री व्यय वंदना योजना के लिए लाइफ इंश्योरेंस कॉरपोरेशन एक्सक्लूसिव एडमिनिस्ट्रेटर होगा। इसीएस और एनइफटी के जरिए पेंशन पेमेंट होगा।

पात्रता क्या है?

स्कीम में मिनिमम एंट्री एज ६० वर्ष से अधिक है, जिसका मतलब ६० वर्ष से अधिक के भारतीय वरिष्ठ नागरिक इस स्कीम में निवेश पाने के हकदार है। इस स्कीम में अधिकतम उम्र की कोई सीमा नहीं है , एक व्यक्ति अधिक से अधिक १५ लाख रूपये तक की स्कीम में निवेश पा सकता है।

इस योजना के लिए आवेदन कैसे करे ?

इस योजना के लिए एक आवेदन फॉर्म भरना पड़ता है। इस फॉर्म के साथ जरूरी दस्तावेजों को भी अटैच करना होता है। सीनियर सिटीजन ऑनलाइन द्वारा भी स्कीम में निवेश पा सकते हैं। इस योजना के लिए

https://onlinesales.licindia.in/eSales/liconline

लिंक का इस्तेमाल करना होगा।

किन-किन दस्तावेजों की जरूरत पड़ती है?

  • पैन कार्ड की कॉपी
  • जिस बैंक में खाता धारक को पेंशन चाहिए उस बैंक पासबुक के पहले पेज की कॉपी
  • पते का प्रूफ (आधार कार्ड , पासपोर्ट फोटो )

खरीद मूल्य क्या है?

प्रधानमंत्री वय वंदना योजना एक पेंशन स्कीम है, जिसमे एकमुश्त पैसा लगाया जा सकता है, पेंशनर पेंशन के भुगतान के लिए मासिक, तिमाही, छमाही और सालाना का विकल्प चुन सकते है। स्कीम के तहत सालाना पेंशन के लिए मिनिमम परचेज प्राइस 1 ,44 ,578 है, हालांकि मासिक पेंशन के भुगतान के मामले में मिनिमम परचेज प्राइस 1.5 लाख रूपये हैं बल्कि अधिकतम परचेज प्राइस ₹1500000 तक है।

प्रीमेच्योर विड्रोल

प्रधानमंत्री व्यय वंदना योजना प्रीमियर विड्रोबल कुछ खास मामलों में ही उपलब्ध होती है, अगर जीवन साथी या खुद को कोई गंभीर बीमारी है तब यह सुविधा आपको प्राप्त होती है, इस तरह के मामले में परचेज प्राइस का केवल 98% सरेंडर वैल्यू के तौर पर भुगतान किया जाता है।

किन बातों का ध्यान रखना चाहिए?

  • पीएमवीवी पर पॉलिसी के 3 सालों के बाद लोन सुविधा उपलब्ध है, परचेज प्राइस का 75 फ़ीसदी से ज्यादा लोन की रकम नहीं हो सकती।
  • इस स्कीम में सरकार की अन्य पेंशन स्कीमो की तरह टैक्स फायदा नहीं मिलता है।

प्रधानमंत्री व्यय वंदना योजना के फायदे

पॉलिसी अवधि के दौरान पेंशनरो को पेंशन मिलेगा। उदहारण के लिए, अगर पेंशनर एक महीने की पॉलिसी की तारीख के बाद मासिक पेंशन मोड़ का चुनाव करे तो पेंशनर को अगले महीने से ही पेंशन मिलना शुरू हो जाएगा। पॉलिसी टर्म जो 10 साल की है, इस पॉलिसी टर्म के दौरान पेंशनर की मौत होने पर, नॉमिनी को पर्चेज प्राइज वापस किया जाएगा।

प्रधानमंत्री वय वंदना योजना

यह जानकारी इंटरनेट द्वारा ली गई है। इसलिए कोई भी निर्णय लेने से पहले आप सरकार की ऑफिसियल वेबसाइट विजिट जरूर करें या किसी सरकारी कर्मचारी से जानकारी जरूर लें. धन्यवाद आप दिन शुभ रहे।

Whatsapp Group
Whatsapp Channel
Telegram channel
Facebook
Twitter
LinkedIn
WhatsApp
Get Free Quote

Leave a Reply