ना जुबान से, ना निगाहों से, ना दिमाग से, ना रंगों से, ना ग्रीटिंग से, ना गिफ्ट से, आपको 15 अगस्त मुबारक डायरेक्ट दिल से
जमाने भर में मिलते है आशिक कई,
मगर वतन से खूबसूरत कोई कफन नहीं होता,
नोटों में लिपट कर और सोने में लिपटकर मरे है कई,
मगर तिरंगे से खूबसूरत कोई कफन नहीं होता।
देश को आजादी के नए अफसानों की जरूरत है
भगत-आजाद जैसे आजादी के दीवानों की जरूरत है,
भारत को फिर देशभक्त परवानों की जरूरत है..!!